रक्षामंत्री को एंटी-एयरक्राफ्ट गन से उड़ाया
उत्तर कोरिया, यहां एक शख्स को किसी पर शक हो जाना ही सबसे बड़ा जुर्म है. फिर इस जुर्म की जो सजा दी जाती है वह रोंगटे खड़े कर देने वाली होती है-
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने रक्षा मंत्री
को सरेआम दंड दिया है. दंड भी ऐसा, जो न कभी सुना, न देखा. रक्षामंत्री
ह्योन यंग सोल का कसूर ये था कि वे किम जोंग उन के सामने होने वाली सैन्य
अधिकारियों की कुछ परेड में नहीं गए थे. तानाशाह को यह भी पता चला था कि वे
उत्तर कोरिया की नेतृत्व की आलोचना करते हैं. उन ने इसे गद्दारी माना और
रक्षामंत्री को गिरफ्तार कर लिया. उन्हें राजधानी प्योंगयांग के उत्तर में
मौजूद मिलिट्री अकादमी में एंटी-एयरक्राफ्ट गन के सामने खड़ा किया गया और
गोली मार दी गई. इस सजा को देखने के लिए सभी वरिष्ठ सैन्य अफसरों को
बुलवाया गया. उन ये उदाहरण पेश करना चाहते थे कि उनकी नाफरमानी करने वाले
का अंजाम क्या हो सकता है.
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ह्योन यंग सोल को रक्षा मंत्री का ओहदा संभाले सालभर से भी कम वक्त बीता था. सेना को साजोसामान की सप्लाय और विदेशों से होने वाले रक्षा सौदों के लिए नीति बनाना उन्हीं का काम था. |
30 अफसर और हैं सूची में
किग जोंग उन अपने सैन्य अफसरों की बारीकी से जासूसी कराते हैं.
अभी 30 बड़े सैन्य अफसरों की ऐसी ही सूची उन्होंने तैयार की है, जिन्हें
मृत्युदंड दिया जाना है. नेतृत्व के प्रति जरा भी नाफरमानी या लापरवाही को
भी गद्दारी करार दिया जाता है.
अपनी बुआ का पूरा परिवार ही खत्म करवा दिया
2013 के दिसंबर में किम जोंग उन ने अपनी राजनीतिक गुरु और फूफा
जेंग सोंग टैक की हत्या करवा दी थी. इसके बाद उन्होंने बुआ समेत उनके पूरे
परिवार को खत्म करवा दिया. शक था कि ये परिवार उनकी राजगद्दी के लिए खतरा
हो सकता है. इस पूरे परिवार को एक अपार्टमेंट से खींचकर बाहर लाया गया और
लोगों के सामने गोली मार दी गई. हालांकि, कुछ लोगों का यह भी कहना है कि उन
ने बुआ को गिरफ़्तार करवा लिया था, जिन्हें बाद में जहर देकर मार दिया
गया.
33 साल के उन किसी पर भरोसा नहीं करते
उन के पिता किम जोन ईल ने भी उत्तर कोरिया पर तानाशाही से राज
किया. उनके एक पूर्व बॉडीगार्ड ने बताया कि वे तानाशाह होने के बावजूद
संवेदनशील थे. लेकिन उन बेहद निर्दयी हैं. किसी पर भरोसा नहीं करते. उन्हें
यदि किसी पर जरा भी शक होता है तो वे उसे खत्म करवा देते हैं. उत्तर
कोरिया में सरेआम मृत्युदंड देना अब आम हो गया है. इसके अलावा सउदी अरब,
इरान, सीरिया और यमन में ही इस तरह सजा दी जाती है
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